गणतंत्र दिवस
यह कैसा गणतंत्र दिवस
आँखें नम , दिल में उमस
आत्म निर्भरता की छूते ऊँचाई
तंत्र निर्भरता से सब बेबस
आत्म शक्ति का परिचय
भव्य हुआ सेन्य प्रदर्शन
गौरव गान करे वीरों का
लेकिनं असुरक्षित बेकल जन
यह कैसा गणतंत्र दिवस