बुधवार, 6 अप्रैल 2016


"जो नहीं पथ से  भटकता 
जो न उलझन में  अटकता 
पतझरों को चुभ रहा जो 
वह अनूठा शूल हूँ मैं "

इन पंक्तियों को  सार्थक करता उन   दो कर्मठ व्यक्तियों  ,माननीया मोनिका मल्होत्रा एवं सोनिका मल्होत्रा का सबल व्यक्तित्व जो अपने पथ प्रदर्शक युग पुरुष आदरणीय श्री अशोक कुमार मल्होत्रा जी एवं प्रेरणा स्त्रोत आदरणीया श्री मति सतीश बाला मल्होत्रा जी की प्रेरणा से प्रेरित हो अपने अथक श्रम से प्रगति पथ पर अग्रसरित हैं। 
आज सफलता पथ पर एक और सोपान चढ़ने की शत शत बधाई !