अपनी प्यारी बेटी से
तुम रहो कही भी इस जग में
लेकिन हो हर पल मेरे पास
कैसे भी मौके आये जीवन में
साथ तुम्हारा रहा है साथ
हर पल संग बिताया हमने
हर पल जश्न मनाया हमने
सुख दुःख रस संग पिया है हमने
हर पल क्षण संग जिया है हमने
धन्यवाद करती हूँ प्रभु का
संग तुम्हारा मुझे दिया है
स्वर्णिम पल है जीवन को वोह
साथ तुम्हारा प्राप्त हुआ है
तुम खूब बढ़ो तुम खूब पढ़ो
तुम अमर गान भी खूब कहो
तुम रुनझुन रुनझुन बजने वाले
किंजल के नाम को ध्वनित करो
तुम रहो कही भी इस जग में
लेकिन हो हर पल मेरे पास
कैसे भी मौके आये जीवन में
साथ तुम्हारा रहा है साथ
हर पल संग बिताया हमने
हर पल जश्न मनाया हमने
सुख दुःख रस संग पिया है हमने
हर पल क्षण संग जिया है हमने
धन्यवाद करती हूँ प्रभु का
संग तुम्हारा मुझे दिया है
स्वर्णिम पल है जीवन को वोह
साथ तुम्हारा प्राप्त हुआ है
तुम खूब बढ़ो तुम खूब पढ़ो
तुम अमर गान भी खूब कहो
तुम रुनझुन रुनझुन बजने वाले
किंजल के नाम को ध्वनित करो