शनिवार, 29 दिसंबर 2012

जंग ,जंग और जंग ......अपने ही देश में जीने की जंग ............बड़ा शर्मनाक है ...............स्त्री सुरखित कहाँ है ......न जनम लेने से पहले और ना जनम लेने के बाद ................न तो गर्भ में और न गर्भ से बाहर .........
क्या यही देश है .......जिस राष्ट्र की  बागडोर ,सत्ता संचालन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नारी ही कर रही हो वहां  भी भी नारी अपने सम्मान और अधिकार से वंचित ???????
विडंबना है ..................