तेरे लिए !
है अपराध अगर करना प्यार तुमसे
हाँ ! तो यह गुनाह किया है हमने
अगर मुश्किल तेरा मेरे साथ चलना
हाँ ! तो यह भी स्वीकार किया हमने
जाओगे इस तरह हो कर खफा हमसे
हाँ ! डरते थे ,ना कभी शिकवा किया हमने
लौट कर आओ गे तुम फिर पास मेरे कभी
हाँ ! यही सोच कर इंतज़ार किया हमने
रखे सलामत हर दम इस रूह को खुदा
हाँ ! दिन रात दुआ मांग सजदा किया हमने