फुर्सत
एक हम हैं कि बड़ी फुर्सत में बैठे हैं
और कुछ ऐसे हैं कि उन्हें फुर्सत ही नहीं मिलती
कुछ पल दो पल बड़ी उम्मीद के पाले हैं
और चाहने वालो की खबर भी नहीं मिलती
लम्हों की कैद में बेबस हुआ यह जीवन
दम घुट जाए कयामत हो पर जीस्त नहीं मिलती
एक हम हैं कि बड़ी फुर्सत में बैठे हैं
और कुछ ऐसे हैं कि उन्हें फुर्सत ही नहीं मिलती
कुछ पल दो पल बड़ी उम्मीद के पाले हैं
और चाहने वालो की खबर भी नहीं मिलती
लम्हों की कैद में बेबस हुआ यह जीवन
दम घुट जाए कयामत हो पर जीस्त नहीं मिलती