याद के शोले
भूलने लगा था दर्द जो
फिर अब टीसने लगा है
भरने लगा था जख्म जो
फिर अब हरने लगा है
ना था कोई शिकवा गिला तुम से
तम्मन्नाये हज़ारों थी
ना की थी तुमसे ताकीदें
उम्मीदें हज़ारों थी
खामोश मोहब्बत का गम
उभ्र्रने सा लगा है
लब से तेरा नाम अब
निकलने सा लगा है
डरता हूँ कि ना हो जाए
अब कोई गुस्ताखी
खिदमत में मोहब्बत की
दुनिया ही लुटा दी
गुमनाम ही रह जाने दो
मेरा यह फ़साना
चलो याद नहीं करते
कोई भूली कहानी
रात की आँखों से
बह जाए गा पानी
गूंजेगे फिर वो नगमे
वो सरगम वो तराने
बज जायेंगे जब साज
ले तरन्नुम सुहाने
खामोश है , खामोशी
खामोश ही रहने दो
यादों के इन शोलो को
अब और हवा ना दो
भूलने लगा था दर्द जो
फिर अब टीसने लगा है
भरने लगा था जख्म जो
फिर अब हरने लगा है
ना था कोई शिकवा गिला तुम से
तम्मन्नाये हज़ारों थी
ना की थी तुमसे ताकीदें
उम्मीदें हज़ारों थी
खामोश मोहब्बत का गम
उभ्र्रने सा लगा है
लब से तेरा नाम अब
निकलने सा लगा है
डरता हूँ कि ना हो जाए
अब कोई गुस्ताखी
खिदमत में मोहब्बत की
दुनिया ही लुटा दी
गुमनाम ही रह जाने दो
मेरा यह फ़साना
अनजान ही रहने दो
यह किस्सा पुरानाचलो याद नहीं करते
कोई भूली कहानी
रात की आँखों से
बह जाए गा पानी
गूंजेगे फिर वो नगमे
वो सरगम वो तराने
बज जायेंगे जब साज
ले तरन्नुम सुहाने
खामोश है , खामोशी
खामोश ही रहने दो
यादों के इन शोलो को
अब और हवा ना दो