शुक्रवार, 13 अप्रैल 2012

दर्द

दर्द

हर दर्द किसी दर्द से बड़ा होता है

दर्द कही है इस का दर्द कहा होता है

ना सोचेंगे तो होगा ना दर्द का दरिया

दिल के किनारों पर ही दर्द जमा होता है

दर्द जो तड़प उठे वोह दर्द कहा है

दर्द ने भी दर्द का हर बोझ सहा है

बह निकला जब तोड़  बाँध दिलों के

दर्द भी दर्द के हर  आंसू में बहा है

जो बात मैं कह दू तो दर्द बने है

जो बात में सुन लू तो दर्द बने है

करे अनुभव जिसे यह दिल वह  दर्द बड़ा है

दिल के किनारों पे तो दर्द खड़ा है