नाम
बदली क्या तुम ने नज़र
दिन बदलते ही रहे
मील के पत्थर सभी
रास्ते बनते रहे
मुस्कुराये शूल तब
फूल बन खिलते रहे
उमड़ते दरिया सभी
सुगम से झरते रहे
जुगनुओ के दीप थे
टिमटिमाते ही रहे
मिल गया जो नाम के
तेरे मुझे ऐसा स्पर्श
नागमणि सी बाम्बियों में
जगमगाते ही रहे