प्यार बड़ा है
कितने दिन से हूँ मैं तन्हा
कभी बात तो किया करो
कितने दिन मैं प्रेम को तरसा
कभी प्यार तो किया करो
रीत गया है जीवन सारा
इसरार तो किया करो
मन में जो प्रेम की कोंपल फूटे
कभी इज़हार तो किया करो
व्यतीत हुआ जाता यह जीवन
मन में छुप जाता है एक मन
मन के भाव यूं दब जाते दिल में
जैसे जीवन दफ़न हुआ जाता है
छोड़ो जग की झूठी रस्मे
तोड़ो मन की फीकी बज्मे
प्यार प्यार और प्यार बड़ा है
बस हर पल स्वीकार किया करो