दोषी कौन?
वृक्ष पर लटका पत्ता
पीला हुआ, झरा
और धरती पर गिरा
हवा के झोंको के साथ
इधर उधर उड़ा
और कही दूर जा पडा
विदम्भ्ना कहो, या कहो स्वभाव
दोष किसे दें ?
वृक्ष को!
जो पत्तों को बांध कर
रख नहीं पाया
हवा को!
जिसने पत्तों को
इधर-उधर उड़ाया
यां फिर पत्ते को!
जो जीवन भर
साथ दे ना पाया
जीवन में बहुत सारे सवाल हैं
जवाब कहीं नहीं है
बस कहीं एक समझौता है
कहीं कहीं ख़ुशी से
और
कहीं मन में मलाल है