गुरुवार, 9 दिसंबर 2010

rahsya jeevan ka

रहस्य जीवन का

जीवन को करीब से देखने की
हर कोशिश
मुझे जीवन से हर बार
कोसों दूर ले जाती है
और छोड़ देती है
एक ऐसी ऊँचाई पर
जहां से हर आदमी बौना नज़र आता है
सुख-दुःख ख़ुशी-गम के आवरण
झीने जान पड़ते हैं
मन को टटोलती हूँ
श्वसन को बटोरती हूँ
और फिर सोचती हूँ
जीवन एक रहस्य है-
इसे राज ही रहने दें.
जैसे सब बहते हैं
वैसे ही बहने दें.