नव वर्ष मंगल मय हो
हर सुबह आकर सरगम बनाये नयी
मीठी तान गा कर रात सुलाए कोई
पूनम सा दिन हो महकती शाम हो
नियामतो की बख्शीश आठों याम हो
इरादे बुलंद हों हौंसलें बुलंद हो
साथ हो अपनों का उड़ान स्वछंद हो
पंख अब फैलाओगे , दूर उड़ जाओगे
क्षितिज की सीमा हो आकाश अनंत हो
सृजन हो नव सपनों का आने वाले इस कल में
सपने हो साकार सभी ,आने वाले हर पल में
नूतन आशा ,नूतन अभिलाषा और बढे नव हर्ष
नव रंग का मिश्रण हो जीवन , मंगल मय हो नव वर्ष