बुधवार, 29 दिसंबर 2010

mohabbat

मोहब्बत

क्यों ना हो   गुमान यूं अपनी मोहब्बत का ऐ दोस्त
मोहब्बत करने वाले ही खाकसार हुआ करते है
यह हकीकत है कि  जिसने भी की अकीदत यहाँ
जमाने भर के पीकर  गम भी  आबाद हुआ करते हैं
कभी ख्वाब में भी ना गुज़रे पल एक भी जुदाई का
जुदा हो भी जाए तो भी मोहब्बत किया  करते हैं
मोहब्बत चीज़ क्या  है यह तुम  उनसे पूछो  ए दोस्त
जो दफ़न हो जाने के बाद भी मोहब्बत से जिया करते हैं