शुक्रवार, 19 अगस्त 2011

Janta!!

जनता !!
यह सच है
कि जनता बहुत  ताकत वर है
जब भी चाहे किसी का भी तख्ता पलट सकती है
जनता ने हज़ारों राज बदले है
यह भी सत्य है कि
जनता रूक नहीं सकती
कि जनता झुक नहीं सकती
कभी भी
लेकिन यह भी सत्य है
कि जनता सोच नहीं सकती
गर सोच लिया होता तो
इतना भ्रष्टाचार कैसे सहन करती
करती क्यों इंतजार
किसी ७४ वर्षीय अन्ना हजारे का
एका एक इतना विरोध भ्रष्ट चार का ?
क्या सुप्त था कोई
क्या अब रुष्ट है कोई
क्या नहीं मिलता अपना भाग
इस जुल्म के किनारे  का ?
छोड़ो भेडचाल अब जनता
वास्तविकता में आओ तुम
खुद बनी  इस तंत्र की हिस्सा
खुद अपनी मुश्किल सुलझाओ तुम
क्यों करती हो आगाज़ किसी नेता का
कब तक झेलो गी नेता के अभिनेता का
सोचो समझो और करो फिर आन्दोलन
वरना आने वाला उपहास करेगा जन तन मन