ओबामा लादेन से : मानवता के नाम पर एक उपालंभ
सज्जनता के आधार को करारा व्यंग्य
समझ लो लद गये दिन अब इस लादेन के
डसता था शांति परिंदों को बन कर भुजंग
लादेन ओबामा से : घूमो चाहे कितना भी भारत लंदन , छुप कर फैलाओ शान्ति सन्देश
मेरी तोप टैंक बन्दूक के आगे तुम्हारे प्रयतन होंगे निस्तेज
लादेन हूँ मैं इतना समझ लो ,
खुद डरते हो मरने से क्या बदल पायोगे विश्व की भाग्य रेख ?
सज्जनता के आधार को करारा व्यंग्य
समझ लो लद गये दिन अब इस लादेन के
डसता था शांति परिंदों को बन कर भुजंग
लादेन ओबामा से : घूमो चाहे कितना भी भारत लंदन , छुप कर फैलाओ शान्ति सन्देश
मेरी तोप टैंक बन्दूक के आगे तुम्हारे प्रयतन होंगे निस्तेज
लादेन हूँ मैं इतना समझ लो ,
खुद डरते हो मरने से क्या बदल पायोगे विश्व की भाग्य रेख ?