यादों से
कह दो अपनी यादों से
ना पास मेरे आया करें
नाजुक मिजाज़ दिल है
ना आ कर तड़पाया करें
तन्हाई की चादर जब भी
ओढ़ कर झाँकू झरोखे से
नेपथ्य से कोई दस्तक दे
ना मुझे झुठलाया करें
आती हुई हर आहट
बेचैन कर जाती है मुझे
सदायें देकर अपनी हमेशा
ना मुझ को बुलाया करे
हसरतों की तम्मना में
बीता जाता है वक़्त सारा
कह दो इन यादो को
ना वक़्त संग बिताया करें