दीवाना
धडकना छोड़ दिया इस दिल ने अब तेरा नाम लेकर
किसी काफ़िर का ना बुतखाने में अब आना होगा
रूह भटके गी ना अब इंतज़ार तेरे कभी ए यारब
ना शमा जलेगी अब और ना कही परवाना होगा
निगाहें जब भी कभी उठेंगी तो बस ढूंढे गी तुझे
लब पर तेरा ही नाम और सामने मयखाना होगा
जला कर खाक यूं कर दिया तुमने आशियाँ मेरा
गलियों में फिरता अब मैं नहीं , तेरा दीवाना होगा
धडकना छोड़ दिया इस दिल ने अब तेरा नाम लेकर
किसी काफ़िर का ना बुतखाने में अब आना होगा
रूह भटके गी ना अब इंतज़ार तेरे कभी ए यारब
ना शमा जलेगी अब और ना कही परवाना होगा
निगाहें जब भी कभी उठेंगी तो बस ढूंढे गी तुझे
लब पर तेरा ही नाम और सामने मयखाना होगा
जला कर खाक यूं कर दिया तुमने आशियाँ मेरा
गलियों में फिरता अब मैं नहीं , तेरा दीवाना होगा