बुधवार, 21 सितंबर 2011

तुम !!!

तुम !!!

हर बार की
इस बार भी
तुम !!!!!
आये और
बात बना कर
चले गये
और मैंने !!!
तुम्हारे जाने के बाद
यह
समझा ,जाना ,और पहचाना
कि
तुम ! आये थे