चलो ले चलो
सागर में उठत हिलोर
ओरे मांझी !
खेवो मोरी नैया
चलो ले चलो तट की और
घिर आये बदरा
कारे कजरारे
छिप गया दिनकर
भागे उजियारे
फ़ैला तिमिर चहुं और
चलो रे चलो
ले चलो तट की और
आशंकित मनवा
आस लगाये
पंथ निहारे
नयन बिछाए
देखे पूरब की और
चलो ले चलो
ले चलो तट की और
दूर क्षितज़ में
पंख फैलाए
आशा का एक दीप जलाए
बाट ताकत है चकोर
चलो ले चलो
ले चलो तट की और
दुखियारा मेरा
मन मुरझाये
पिया मिलने को
तडपत हाय
जैसे पतंग संग डोर
चलो ले चलो
ले चलो तट की और
सागर में उठत हिलोर
ओरे मांझी !
खेवो मोरी नैया
चलो ले चलो तट की और
घिर आये बदरा
कारे कजरारे
छिप गया दिनकर
भागे उजियारे
फ़ैला तिमिर चहुं और
चलो रे चलो
ले चलो तट की और
आशंकित मनवा
आस लगाये
पंथ निहारे
नयन बिछाए
देखे पूरब की और
चलो ले चलो
ले चलो तट की और
दूर क्षितज़ में
पंख फैलाए
आशा का एक दीप जलाए
बाट ताकत है चकोर
चलो ले चलो
ले चलो तट की और
दुखियारा मेरा
मन मुरझाये
पिया मिलने को
तडपत हाय
जैसे पतंग संग डोर
चलो ले चलो
ले चलो तट की और