माँ
निश्छल भोली प्यारी माँ
लोरी गा - गा मुझे सुलाया
भूखे रह कर मुझे खिलाया
आंसू तनिक ना बहने पायें
बाहों का झूला झुलावाया
सुखों की परिभाषा माँ
निश्छल भोली प्यारी माँ
बन जीवन संबल साथ रहीं तुम
बेसुर सुर में राग बनी तुम
अवसादों के अवसर में भी
मधुचंदा मुस्कान बनी तुम
वीणा सी झंकृत रहती माँ
निश्छल भोली प्यारी माँ
जीवन धूप ममता है छाया
माँ के तप को जान ना पाया
जय - पराजय के अंतर से
जीवन में जब भी घबराया
केवल तुम्हें पुकारा माँ
निश्छल भोली प्यारी माँ