गुनगुनाएं गीत कोई
आओ छेड़ें साज-ए- दिल
एक नयी सरगम बनाए
भूल जाएँ सारे दुःख को
हर्ष का छंद गुनगुनाएं
जिंदगी तो बेवफा है
ना बावफा समझो इसे
रास्ते में फूल ओ' कांटे
जो भी चाहे चुन ले इसे
साफ़ करके मार्ग कंटक
फूल राहों में बिछाएं
हो उजाला नव सृजन का
प्यार का दीपक जलाएं
स्वप्पन बनते और मिटते
क्यों भला कैसे भला
नव रंगों से जीवन चित्रित
है जीवन की अजब कला
आयो समझे जीवन मिश्रण
धूप छाँव से है बना
दुखों की ढलती संध्या में
सुख के सूरज से जला