रविवार, 15 अगस्त 2010

pyaar

प्यार
प्यार का कोई नाम नहीं, प्यार का परिमाप नहीं
प्यार की कोई सीमा नहीं, बिन प्यार जीना नहीं
प्यार एक भक्ति है
 सूर मीरा तुलसी की शांत अभिव्यक्ति है
प्यार आसक्ति है
मनोबल बढाती है, विषमता में जीना सिखलाती है
मोहन की राधा सी , आह्लाह्दिनी शक्ति है
प्यार सखा भाव है
कृष्ण की  सुदामा को ,त्याग के सुख की छाँव है
प्यार माँ की ममता है
मरुथल की तपन में देती शीतलता है
प्यार गुरु की गुरुता है
देख कच्ची शिष्य नीवं , देती उसे दृढ़ता है
क्या प्यार एक वासना है?
नहीं, कामदेव से वन्दित एक सशक्त उपासना है
सृजन का यह रूप है , सार्थकता लिए जीवन में
एक सुनहरी धूप है
प्यार एक भावना है जो दिल से दिल को पिरोती है
सब एक माला के मोती हो , ऐसे सपने संजोती है